नर्मदापुरम संभाग के कमिश्‍नर श्रीवास्‍तव ने कहा – उद्यानिकी फसलों से लाभ ले कृषक

कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने की किसान बंधुओ से चर्चा

नवलोक समाचार, होशंगाबाद. नर्मदापुरम् संभागायुक्त श्री रजनीश श्रीवास्तव ने उद्यानिकी फसल की कृषि करने वाले कृषको से कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में विस्तृत चर्चा की। कमिश्नर ने कृषको द्वारा ली जा रही उद्यानिकी फसल एवं जैविक खेती के संबंध में जानकारी ली। कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि समान्य फसलो के अतिरिक्त उद्यानिकी फसलो का रकबा बढाएं, जिससे कृषको को लाभ मिले। कमिश्नर ने कहा कि कृषक सरकार द्वारा कृषि भ्रमण की व्यवस्था का लाभ उठाए एवं विभिन्न राज्यो में होने वाली फसल पद्धति का अवलोकन करें। उन्होने कहा कि कृषक जैविक खेती से उत्पादित फल सब्जियों के विक्रय के संबंध में उपभोक्ताओं को उसकी गुणवत्ता के संबंध में अवगत कराएं। कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने किसानों को के उद्यानीकि फसलो की विभिन्न किस्मों की खेती लेने एवं कृषि में आधुनिक कृषि पद्धतियों का प्रयोग कर अधिक उत्पादन लेने की बात कही।

कमिश्नर ने कृषको को नरवाई जलाने से रोकथाम हेतु कम्बाईन हार्वेस्टर में अग्निशामक यंत्र का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने की बात कही। उन्होने कृषको से अपील की कि  नरवाई न जलाएं एवं नरवाई जलाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं। उन्होने कहा कि बिजली विभाग से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या जैसे खेतो के ऊपर से झूलते तार, खंबे, ट्रांसफार्मर की मरम्मत आदि समस्याओं को क्षेत्र के डीई, लाईनमैन को सूचित करें। बैठक में कृषक द्वारा बताई गई ट्रांसफार्मर खराब होने की समस्या पर कमिश्नर श्री सिंह ने दूरभाष के माध्यम से एमपीईबी प्रबंधक श्री परिहार को शीघ्र समस्या के निराकरण के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कमिश्नर द्वारा एमपीईबी, एवं अन्य कृषि संबंधित विभागों को निर्देशित किया है कि कृषको से प्राप्त सूचना पर तत्काल कार्यवाही की जाए। कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि नरवाई जलाने से पूर्व रोकथाम हेतु कृषक बंधु मुझे (आयुक्त) या जिला कलेक्टर से सीधे संपर्क कर सकते है। उन्होने कहा कि किसानो द्वारा दी गई सूचना पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।

कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने बैठक में कृषको से उद्यानिकी फसल एवं जैविक खेती में किए जा रहें कार्यो की जानकारी ली। बैठक में कृषक ने बताया कि जैविक खेती के माध्यम से उत्पादन में वृद्धि हुई और उनकी आमदनी भी बड़ी। अन्य कृषक ने बताया कि उनके द्वारा फसल चक्र अपनाया गया है एवं पशुपालन तथा जैविक खाद्य के माध्यम से अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा रहा है।

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