नौकरानी से शादी करने की खातिर 75 साल के पति ने मांगा तलाक

भोपाल. जिला अदालत में एक 75 वर्षीय बुजुर्ग सेवानिवृत्त प्रोफेसर ने तलाक के लिए आवेदन दिया है। जब इस मामले में कुटुंब न्यायालय ने काउंसलिंग कराई,तो खुलासा हुआ प्रोफेसर को घर में काम करने वाली नौकरानी से प्यार हो गया है और वे उससे शादी करना चाहते हैं। नौकरानी शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। मामला अभी योगेश चंद्र शुक्ल की अदालत में विचाराधीन है।
दोबारा शादी करने के लिए पत्नी से तलाक ले रहे
कुटुंब न्यायालय की काउंसलर नुरुनिशा खान ने बताया कि जब उन्हें 75 वर्षीय बुजुर्ग के तलाक के मामले में काउंसलिंग करने कहा गया तो लगा कि शायद बच्चों ने संपत्ति के लिए बुजुर्ग दंपती के बीच बच्चों ने दरार डाली होगी। जब उन्होंने बुजुर्ग दंपति और उनके बच्चों को काउंसलिंग के लिए बुलाया तो पता चला 75 वर्षीय बुजुर्ग शादी के 35 साल बाद दोबारा शादी करने के लिए पत्नी से तलाक ले रहे हैं।

उनके दो बच्चे हैं, इसमें एक इंजीनियर है। दूसरी कॉलेज में पढ़ रही है। उनके पिता का पहले भी घर में काम करने नौकरानियों से अफेयर रहा है। जिसका विरोध करने पर पिता घर में हंगामा खड़ा कर देते थे। पिता को कई बार समझाने के बाद वे नहीं माने। इसके बाद वे मां को लेकर पिता से अलग हो गए। बच्चों ने बताया कि उन्हें नहीं पता था, कि बात तलाक तक पहुंच जाएगी।

संपत्ति की खातिर बेटे-बहू और बेटियों ने डाली दरार तो पहुंच गए तलाक लेने
अरेरा कॉलोनी निवासी बुजुर्ग दंपती 10 साल से अलग रह रहे थे। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने तलाक के लिए कुटुंब न्यायालय में आवेदन दिया। पत्नी ने भरण-पोषण, घरेलू हिंसा सहित अन्य केस भी लगाए। काउंसलिंग कराने पर जज ने पाया कि उनके बीच गलतफहमियां बेटा-बहू और बेटियों ने पैदा की थीं। बच्चों ने उनकी बीच बातचीत नहीं होने का फायदा उठाया। बच्चों की बातों में आकर वे अलग रहने लगे थे। दरअसल, दोनों नाम खासी संपत्ति है, जिसे बच्चे हड़पना चाहते थे। दोनों ही प्रथम श्रेणी अधिकारी थे, सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने संपत्ति अपने पास रखी थी। काउंसलिंग में एक तथ्य उभर कर आया कि दोनों के जीवन में बच्चों का हस्तक्षेप ज्यादा है। बच्चे नहीं चाहते थे कि दोनों आपस में मिले। इस मामले में कोर्ट ने बुजुर्ग दंपती को एक घंटा साथ बिताने का समय दिया। इसके बाद दोनों ने साथ रहने का निर्णय लिया। काउंसलर शैल अवस्थी के अनुसार दोनों में समझौता हो गया। कोर्ट ने बच्चों को उनके जीवन में हस्तक्षेप नहीं करने की सख्त हिदायत भी दी।

बच्चे बोले- लव मैरिज थी माता-पिता की
काउंसलिंग के दौरान बच्चों ने बताया कि उनके माता-पिता ने लव मैरिज थी। मां उसी कॉलेज में पढ़ती थी, जिसमें पिता प्रोफेसर थे। पिता घर की नौकरानी पर खुलकर पैसा खर्च करते थे। इस पर उन्हें समझाया, उनकी काउंसलिंग कराई, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। बच्चों ने बताया कि मां वर्किंग थी इसलिए घर में नौकर के बिना काम नहीं चलता। पुरुष नौकर इसलिए नहीं रख सकते थे कि घर में लड़की भी थी। जिसका खामियाजा इस उम्र में मां और हम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

अब और नहीं झेल सकते: दबाव में की थी शादी , बेटी का घर बसाने के बाद होंगे अलग
खान ने बताया कि एक दंपती केवल इसलिए साथ रह रहे थे कि बच्चों की शादी हो जाए। पेशे से टीचर दंपती ने आपसी समझौते से तलाक के लिए कुटुंब न्यायालय में आवेदन दिया है। काउंसलिंग में पता चला के दोनों एक-दूसरे को पसंद ही नहीं करते हैं। परिजनों के दबाव में शादी की। दो बच्चे हुए। उनके कॅरियर और शादी करने के लिए एक छत के नीचे रह रहे थे। बेटी की शादी के बाद दोनों ने अलग होने का निर्णय लिया है।

चल रही है 30 बुजुर्ग जोड़ों की काउंसलिंग
कुटुंब न्यायालय में तकरीबन 30 ऐसे मामलों में काउंसलिंग चल रही है, जिसमें दंपती की उम्र 50 से ऊपर है। काउंसलर नुरुनिशा का कहना है कि पहले कुटुंब न्यायालय में युवा जोड़े तलाक के लिए आते थे परंतु अब बुजुर्ग जोड़े भी तलाक के लिए पहुंच रहे हैं।

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