मप्रः रात 3.30 बजे जनादेश, पधारो! नाथ-माफ करो शिवराज…सहयोगियों के समर्थन से कांग्रेस की 117 सीटें, भाजपा 108 पर…

भोपाल। कांग्रेस सबसे ज्यादा सीटें हासिल कर 15वीं विधानसभा के इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उसने 15 साल पुरानी भाजपा सरकार को बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस को 114 सीट, भाजपा को 109 सीट, सपा को 1 सीट, जबकि बसपा को 2 सीट मिली हैं। वहीं अन्य के खाते में 4 सीट गई हैं। मायावती ने मप्र और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर दी है, जबकि सपा ने पहले ही कांग्रेस के पक्ष में अपना पत्ता खोला था। इस हिसाब से कांग्रेस+बसपा+सपा (114+2+1 = 117) को मिलाकर 117 सीट होती है। जबकि सरकार बनाने के लिए 116 सीट ही चाहिए। मंगलवार देर रात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मिलने का वक्त मांगा।
निर्दलीय और बसपा-सपा मुख्य खिलाड़ी साबित होंगे

यह भी खबर है कि सुबह मुख्यमंत्री मीडिया के सामने इसकी जानकारी देंगे। देर रात कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- बहुमत हमारे पास है। मप्र के इतिहास में पहली बार ऐसे सियासी समीकरण बने कि मतगणना के दिन आधी रात को भी सरकार बनाने के गणित तय हो रहे हैं।

तीसरी मंजिल पर बने फर्नीचर के गोदाम में लगी आग, छावनी इलाके में दो घंटे तक अफरा-तफरी
भारत टॉकीज के पास भीड़भाड़ वाले छावनी इलाके में मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे तीन मंजिला इमारत में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग शॉर्ट सर्किट के कारण तीसरी मंजिल पर बने फर्नीचर के गोदाम में लगी थी। कपड़े और लकड़ी के कारण आग बार-बार भड़क रही थी। फायर अमले को आग बुझाने में करीब दो घंटे का समय लग गया। इसमें लाखों का नुकसान तो हो गया, लेकिन गनीमत रही कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इससे इलाके में काफी देर तक दहशत का माहौल रहा। दो महीने पहले यहीं पर पड़ोस के मकान में भी आग लगी थी। उस वक्त फायर ब्रिगेड ने 16 लोगों को छत के रास्ते से उतारा था।

फायर ब्रिगेड को मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे भारत टॉकीज के पास छावनी इलाके मेें आग लगने की सूचना मिली। यह बिल्डिंग उवेद खान की बताई जाती है। फायर कर्मचारी याया खान के अनुसार तीन मंजिला बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर फर्नीचर का गोदाम है। सूचना मिलने के आधे घंटे के अंदर ही एक-एक कर मौके पर 4 फायर फाइटर और चार पानी के टैंकर आग बुझाने में जुग गए। कपड़े और लकड़ी होने के कारण एक बार आग बुझाने के बाद दोबारा भड़क जाती थी। ऐसे में आग पर पूरी तरह काबू पाने में दो घंटे का समय लग गया।

तंग गलियां ट्रैफिक में बनीं बाधक

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग से मची अफरा-तफरी और देखने वालों की भीड़ होने के कारण ट्रैफिक जाम हो गया। तंग गलियां होने के कारण फायर ब्रिगेड की टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करना पड़ी। अंधेरा होने के कारण भी आग बुझाने में काफी परेशानी हुई। हालांकि करीब दो घंटे की मेहनत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया।

अक्टूबर में पड़ोसी के यहां लगी आग में फंस गए थे 16 लोग

अक्टूबर में उवेद के पड़ोस में रहने वाले मो. लियाकत की तीन मंजिला बिल्डिंग में आग लगी थी। उनका गोदाम ग्राउंड फ्लोर पर था। ऐसे में हादसे के दौरान दूसरी और तीसरी मंजिल पर 16 लोग फंस गए थे। जिन्हें फायर ब्रिगेड की टीम ने छत के रास्ते से नीचे उतारा था। उनके यहां भी शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी।

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