जीत के लिए भारत को 6 विकेट की जरूरत, चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 104/4

एडिलेड. भारत के खिलाफ चार मैच की सीरीज के पहले टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होने के समय ऑस्ट्रेलिया का दूसरी पारी में स्कोर चार विकेट पर 104 रन था। शॉन मार्श 31 और ट्रैविस हेड 11 रन बनाकर नाबाद थे। उसे यह टेस्ट जीतने के लिए अभी 219 रन की जरूरत है, जबकि भारत को सीरीज में बढ़त बनाने के लिए छह विकेट और चाहिए। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 235 रन बनाए थे। भारत की पहली पारी 250 और दूसरी 307 रन पर ऑलआउट हुई थी।
चौथे दिन सबसे ज्यादा 11 विकेट गिरे, सबसे ज्यादा 260 रन बने
इस टेस्ट में पहले दिन नौ, दूसरे दिन आठ, तीसरे दिन छह और चौथे दिन 11 विकेट गिरे। वहीं, पहले दिन 250, दूसरे दिन 191, तीसरे दिन 195 और चौथे दिन 260 रन बने। अब तक 896 रन बन चुके हैं और 34 विकेट गिरे हैं। यानी औसतन 26 रन पर एक विकेट गिरा। यदि आखिरी दिन भी यही औसत रहा तो भारत की जीत तय है, क्योंकि उस हिसाब से ऑस्ट्रेलिया 159 रन ही बना पाएगा।

एडिलेड में 116 साल से चौथी पारी में 200 रन नहीं बना पाया ऑस्ट्रेलिया

भारत एडिलेड में अब तक सिर्फ एक टेस्ट जीता है। सौरव गांगुली की अगुआई में दिसंबर 2003 में टीम इंडिया ने यहां जीत हासिल की थी। एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया चौथी पारी में हाइएस्ट 315 रन तक लक्ष्य ही हासिल कर पाया है। उसने 1902 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में चौथी पारी में छह विकेट पर 315 रन बनाकर मैच जीता था। इसके बाद वह कभी भी चौथी पारी में 200 रन तक नहीं बना पाया। ऐसे में आंकड़े भारत की जीत की ओर इशारा कर रहे हैं।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत

323 रन का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पारी की दूसरी ही गेंद पर इशांत शर्मा ने एरॉन फिंच के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की और अंपायर ने अपनी अंगुली उठा दी। फिंच ने डीआरएस ले लिया। इसमें इशांत की यह गेंद नोबॉल निकली। हालांकि, फिंच इस जीवनदान का ज्यादा देर तक लाभ नहीं उठा पाए और 11 रन पर पवेलियन लौट गए। 60 रन के स्कोर पर टीम के शुरुआती तीन खिलाड़ी पवेलियन पहुंच चुके थे।
पहला विकेट : पारी का 12वां ओवर अश्विन ने फेंका। आखिरी गेंद पर फिंच सामने थे। उन्होंने गेंद को खेलने की कोशिश की, लेकिन विकेट के पीछे ऋषभ ने उनका कैच पकड़ लिया। अंपायर ने आउट दे दिया, लेकिन फिंच को लगा कि शायद वे आउट नहीं हैं। उन्होंने इस बारे में कुछ क्षण हैरिस से बातचीत की और फिर पवेलियन की ओर बढ़ गए। उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 28 रन था।
दूसरा विकेट : ऑस्ट्रेलिया के स्कोर में 16 रन ही और जुड़े थे कि मोहम्मद शमी की गेंद को कट करने की कोशिश में मार्क्स हैरिस विकेट के पीछे ऋषभ के हाथों लपके गए। उन्होंने 26 रन बनाए।
तीसरा विकेट : फिंच के आउट होने पर मैदान में उस्मान ख्वाजा आठ रन पर थे। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन की एक गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने की कोशिश की, लेकिन स्वीपर कवर में रोहित शर्मा ने उनका शानदार कैच पकड़ लिया। उस समय टीम का स्कोर 60 रन था।
चौथा विकेट : शुरुआती तीन बल्लेबाजों के आउट होने के बाद शॉन मार्श और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने चौथे विकेट के लिए 24 रन जोड़ लिए थे। तभी भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इशांत शर्मा की जगह शमी को गेंद थमाई। शमी ने पांचवीं गेंद पर पीटर हैंड्सकॉम्ब को मिड-विकेट पर चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच आउट करा दिया।

भारत के आखिरी छह बल्लेबाजों में पांच ही दहाई के अंक तक पहुंच पाए

तीसरे दिन का खेल खत्म होने के समय भारत ने दूसरी पारी में तीन विकेट पर 151 रन बनाए थे। तीसरे दिन चेतेश्वर पुजारा 40 और अजिंक्य रहाणे एक रन बनाकर नाबाद थे। चौथे दिन दोनों ने भारत के स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया और चौथे विकेट के लिए 87 रन जोड़े। हालांकि, दोनों के आउट होने के बाद भारतीय खिलाड़ी ज्यादा देर तक मैदान पर टिक नहीं पाए और पूरी टीम 307 रन पर पवेलियन लौट गई। टीम इंडिया के आखिरी चार विकेट चार रन पर गिरे। उसके आखिरी छह बल्लेबाज कुल 34 रन ही बना पाए। इसमें ऋषभ पंत के 28 रन भी शामिल हैं।

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