नरेन्द्र मोदी ने देष के लोगों को धोखा दिया, उनके साथ छलावा किया जिन्हांेने वायदा खिलाफी की अब उनकी जवाबदेही का समय है: आनंद षर्मा

राज्य सभा उप नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री आनंद षर्मा ने आज यहां आयेजित पत्रकार वार्ता में कहा कि कल मध्यप्रदेष में देष के वित्त मंत्री अरूण जेटली भोपाल आये थे। उन्होने भाजपा के संकल्प पत्र के अवलोकन के दौरान बड़ी-बड़ी बाते कहीं लेकिन क्या कारण है कि वित्त मंत्री ने देष को ये नहीं बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देष की अर्थवव्यस्था क्यांे चरमरा गई? देष में विदेषी निवेष के रूप में पूंजी आना चाहिए थी लेकिन मोदी जी के कार्यकाल में पूंजी का पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री जी बताऐं कि यदि हमारे देष की अर्थवव्यस्था तेजी से बढ़ रही है तो क्या कारण है की रूपये में तेजी से गिरावट आई है। 16.5 प्रतिषत की दर से रूपये की कीमत में गिरावट आई है यदि रूपया टूट जाता है तो देष का कर्जा बढ़ता है।
श्री आनंद षर्मा ने बताया कि पिछले साढे़ चार साल में मोदी सरकार ने ऐसा कौन सा काम किया जिससे देष का मतदाता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विष्वास करें। उन्होंने कहा की राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में जो भी बातें कही गईं वो पूरी नहीं हुईं। मध्यप्रदेष में 7.5 करोड़ जनसंख्या में से एक करोंड़ नौजवान हंै। मोदी सरकार यदि 2 करोड़ रोजगार देती तो मध्यप्रदेष के युवाओं को भी मौका मिलता। लेकिन अब किस चीज के लिए मोदी सरकार को षबासी दी जाये। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यकाल के समय भी देष आगे बढ़ा है जबकि मोदी जी के कार्यकाल में न ही कोई प्राकृतिक आपदा आई है न ही आज विष्व में कोई आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है। लेकिन फिर भी हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है। श्री षर्मा ने कहा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद भी मोदी सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है डीजल और पेट्रोल के बढ़े हुए दामेां से 13 लाख करोड़ का मुनाफा भाजपा की सरकार ने उपभोक्ताओं को तकलीफ देकर कमाया है। मध्यप्रदेष में वित्त मंत्री अरूण जेटली ज्ञान दर्षन करा के गये लेकिन उन्हांेने इस सबंध में एक भी षब्द नही बोला।
 श्री षर्मा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने देष के लोगों को धोखा दिया है, चाहे रोजगार की बात हो, चाहे काला धन लाने की बात हो, चाहे महिला सुरक्षा की बात हो, चाहे सभी के खातों में 15 लाख रूपये जमा करने की बात हो सभी बातें जुमला साबित हुई हैं। जिन्होने वायदा खिलाफी की अब उनकी जवाबदेही का समय है। देष में नरेन्द्र मोदी की संवेदनहीन सरकार है जनता की गाढ़ी कमाई का करोड़ों रूपया सिर्फ सरकार के प्रचार के लिए इस्तेमाल हो रहा है। केवल यदि प्रचार से अच्छे दिन आ जाये तो फिर अच्छे दिन आ जायें।
श्री षर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेष में किसानों की हालत खराब है, किसान फसल बेचने जा रहा है परंतु उसे समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। डाॅ. मनमोहन सिंह जी एक बहुत बडे़ अर्थषास्त्री हैं उन्होने षालीनता से अपना कार्य किया। उनके कार्यकाल में भारत विष्व का पहला ऐसा देष बना जिसने अपनी जी.डी.पी को चार गुना किया। हम कहां छोड़ के गये थे और आज कहां हंै? प्रधानमंत्री अस्वस्थ मानसिकता के षिकार हैं, उन्हें अपने पद की गरिमा का ही ध्यान नही रहता। जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे और रुपया 57 पर था तब उन्होने डाॅ मनमोहन सिंह जी का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि कांग्रेस सरकार रुपये को मनमोहन सिंह जी की उम्र तक पहुंचाना चाहती हैं। क्या आज मोदी जी उस बयान के लिए माफी मांगेंगे?

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