अंधे कत्ल का खुलासा- नाबालिक साले ने दोस्तो से मिलकर करवाई हत्या

अंधे कत्ल का खुलासा – पूर्व प्लानिग कर दिया हत्या को अंजाम, शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को मंडी परिसर में धारदार हथियारो के बाद से की गई थी हत्या, जिस युवक ने हत्या को अंजाम दिया वह मृतक की पत्नि से करता था प्रेम, नाबालिग साले ने प्रेमिका की मदद से करवाई हत्या
 ” प्रेम विवाह से नाराज नाबालिग साले ने मित्र और अपनी प्रेमिका को षडय़ंत्र में शामिल कर ग्राम नवलगांव के 25 वर्षीय युवक राजेंद्र उर्फ राजू रघुवंशी से करवाई हत्या, नाबालिग साले सहित नवलगांव के राजेंद्र उर्फ राजू रघुवंशी पिता जसमन रघुवंशी, नूरजहां उर्फ अनन्या और लकी कहार को पुलिस ने किया अर्रेस्ट, तीन महीने से चल रही थी हत्या की प्लानिग, बारदात की रात नूरजहां उर्फ अनन्या ने प्रेम अलाप का लालच देकर बुदनी से सोहागपुर बुलाया था मृतक पुनीत उर्फ पुन्नी तिवारी को “

नवलोक समाचार,सोहागपुर।
रविवार की सुबह यहां के कृषि उपज मंडी परिसर में पुलिस को अज्ञात व्यक्ति के शव पड़े होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद मौके पर स्थानीय पुलिस ने पहुंच कर जांच पड़ताल श़ुरू कर शव को बरामद कर मर्ग कायम कर पीएम करवाकर विवेचना में लिया, लेकिन मृतक की शिनाख्त नही हो पाई थी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने मृतक की फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसके बाद बुदनी थाने से उसके हाथ में लिखे पुन्नी टेटू से बाबई क्षेत्र का होना पता चला था, बाबई पुलिस से मृतक की पहचान पुनीत उर्फ पुन्नी पिता विजय तिवारी निवासी आंचलखेड़ा की हुई।
जिसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों से संपर्क किया तब पता चला कि मृतक ने सोहागपुर रघुवंशीपुरा वार्ड निवासी राजाराम गोस्वामी के पुत्री अंजू के साथ प्रेम विवाह किया है और वह बुदनी में नर्मदा घाट पर स्नान करने आने वालो को पूजा पाठ करवाता है।

हत्या की गुत्थी ऐसे सुलझी

पुलिस को अंधे कत्ल के खुलासे में मिली सफलता को लेकर जानकारी सामने आई है कि मृतक पुनीत तिवारी को षडय़ंत्र तैयार कर पहले सोहागपुर बुलाया गया बाद में हत्या को अंजाम दिया गया है, दरअसल मृतक के ससुराल वाले

आरोपियों को न्यायालय ले जाती पुलिस

उसके द्वारा प्रेम विवाह करने से नाराज थे साथ ही मृतक के बड़े साले मुकेश गोस्वामी की मृत्यु रेहटी थाने क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में हो गई थी, जिसको लेकर मृतक की सास कृष्णा वाई और नाबालिग साला उक्त घटना को हादसा नही बल्कि पुनीत द्वारा हत्या करना मान कर रंजिश रख रहे थे, इतना ही नही नाबालिग साले के दिमाग में उसकी बहन अंजू के साथ मारपीट करने सहित उसके नौ माह के बेटे को 15 लाख में बेचने की जानकारी थी, इन सबसे नाबालिग साला नाराज था। वही ग्राम नवलगांव निवासी राजू उर्फ राजेंद्र रघुवंशी का पुनीत की ससुराल में विवाह पूर्व से आना जाना था, जानकारी अनुसार हत्या का आरोपी राजू रघुवंशी मृतक की पत्नि से विवाह करने का इच्छुक था, मृतक से वह भी रंजिश रखता था। इन सभी तथ्यो को लेकर पुनीत तिवारी को मारने का प्लान पिछले तीन महीने से चल रहा था, जिसके बाद नाबालिग साले ने अपने बहनोई पुनीत की हत्या को अंजाम देने हनी ट्रेप का सहारा भी लिया, गांधी वार्ड निवासी नूरजहां उर्फ अनन्या को प्रेमिका बनाया और उससे पुनीत को अपने जाल में फंसाने को कहा गया, जिसके बाद नूरजहां ने लगातार घंटो तक पुनीत से मोबाइल पर बात करना शुरू कर दिया था। घटना के दिन भी नूरजहां ने पुनीत को सोहागपुर बुलाया और सेक्स करने की नियत से उसे एकांत में आने को कहा , चरित्र से कमजोर पुनीत तिवारी सोहागपुर आ गया जिसके बाद नूरजहां उर्फ अनन्या ने नाबालिग , राजू रघुवंशी को कान्फ्रेंस काल पर लेकर उसे रेलवे पुल के पास बुलाया , मृतक जब वहां पहुंचा तो उसके पीछे उसका साला दौड़ा, जिससे घबराकर वह पुराने थाने के सामने आकर बैठ गया, मन में हैवानियत लेकर बैठे पुनीत को नूरजहां से मिलने की इच्छा थी, जिसके बाद उसने लकी कहार नाम के युवक को मंडी में बुलाने भेजा, जिसके बाद मृतक मंडी चला गया जहां पहले लकी ने शराब पी बाद में लकी ने मृतक के हाथ पकड़े और नाबालिग ने पैर पकड़े जिसके बाद राजू उर्फ राजेंद्र ने धारदार हथियार से पुनीत के ऊपर हमला किये, घटना स्थल पर लहूलुहान होने के बाद आरोपियो ने मृतक को घसीट कर 50 मीटर दूर फेंक दिया था।
मामले में तहकीकात करते हुए एसडीओपी मदर मोहन समर और थाना प्रभारी प्रवीण चौहान ने आरोपी राजेंद्र रघुवश्ंाी के नवलगांव स्थित मकान से धारदार हथियार , खून से सने कपड़े और मृतक का पर्स और मोबाइल फोन जिसे आरोपी अपने साथ ले गये थे जप्त कर लिया। सोहागपुर थाने में अपराध क्रमांक 615/22 धारा 302, 201, 120 वी पंजीबद्ध कर सभी आरोपियो को न्यायालय भेजा जहां से सभी को जेल भेज दिया है। अंधे कत्ल की छानबीन करने एसडीओपी मदर मोहन समर, थाना प्रभारी प्रवीण चौहान, एस आई धर्मे्रद वर्मा, एस आई विपिन पाल, एस आई मेघा उदेनिया, प्रधान आरक्षक प्रकाश राजपूत, आरक्षक मोहसिन खान, अनिल पाल, राहूल , रोहित, गुरू प्रसाद पवार आदि की भूमिका रही।
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