कम्प्लीट बेड रेस्ट का आवेदन देकर , जिला पंचायत के अधिकारी के सामने खड़े होकर बात करता हुआ जनशिक्षक
30 सितंबर को जिला पंचायत द्वारा जनशिक्षक लखन लाल अहिरवार को जनशिक्षक पद से मुक्त करने के आदेश के बाद से बौखला कर बीआरसी के खिलाफ की शिकायते। ( जिला पंचायत सीईओ ने शिकायत के बाद बी आर सी जे पी रजक से जवाब मांगा था, जिसके बाद बीआरसी द्वारा अपना पक्ष रखते हुए कई तथ्यो और कई प्रमाणो के साथ जबाव प्रस्तुत किया गया, अब सीईओ ने जांच अग्रिम कार्रवाई के लिए जांच जिला शिक्षा अधिकारी को सौपी )
नवलोक समाचार, सोहागपुर। यहां जुलाई के महीने में शासकीय कन्या माध्यमिक शाला में बच्चो के बांटे जाने वाले माध्यांह भोजन के अनाज वितरण में लापरवाही मीडिया के माध्यम से उजागर हुई थी, जिसमें कुल 10 प्रतिशत अनाज वितरण होने के बाद भी पूर्ण वितरण का प्रमाण पञ जारी किया गया था. मामला सामने आने के बाद जिला स्तर के अधिकारियो ने प्रकरण में जांच भी की, जिसमें कन्या शाला की प्रधान पाठिका मधुलिका मसीह सहित अन्य ने जिला अपने कथनो में जन शिक्षक लखन लाल अहिरवार पर आरोप लगाए थे. जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ द्वारा विकास खंड स्ञोत समन्वयक से भी जनशिक्षक लखन लाल अहिरवार के विरूद्य पूर्व में अन्य जांच अथवा शिकायतो की जानकारी मांगी गई थी, जिसके चलते प्रकरण्ा में प्रथम दोषी जनशिक्षक लखन लाल अहिरवार को पाते हुए जिला पंचातय सीईओ मनोज सरयाम द्वारा 30 सितंबर को
संकुल प्रचार्य को मेडिकल अवकाश हेतु दिया आवेदन
जनशिक्षक की कार्यशैली को देखते हुए डी पी सी एस एस पटेल को पञ जारी कर जन शिक्षक लखन लाल अहिरवार की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उनकी सेवा विभाग को वापिस करने हेतु पञ लिखा था ,जिसकी भनक जन शिक्षक को लगते ही वह बी आर सी जे पी रजक के खिलाफ लामवंद हो गया और 3 अक्टूबर को जिला कलेक्टर, जिला पंचायय सीईओ को मानशिक प्रताडना सहित अन्य आरोप लगाकर स्वयं की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने का शिकायती आवेदन दिया गया था.
जिसके बाद बी आर सी रजक से कारण्बताओ नोटिस जारी कर जबाव भी मांगा गया था. जिसका जबाव बी आर सी जे पी रजक द्वरा प्रस्तुत कर दिया गया है. जिसमें कई साक्ष्य भी संलग्न कर जिला पंचायत सी ई ओ को सोपी गई है. उधर अब मामले की जांच के लिए फाइल को सी ई ओ जिला पंचायत द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को सौपा गया है. प्रकरण को लेकर बी आर सी जे पी रजक का कहना है कि जन शिक्षक लखन लाल से कोई भी मतभेद नही है और न ही उन्हे कभी प्रताडित किया गया, उनके और हमारे बीच अच्छे सबंध रहे है, उन्होने उक्त शिकायत भाव आवेश में या किसी के बहकावे में आकर कर दी होगी, यदि प्रताडित करते तो कार्यालय में और भी कर्मचारी है वे भी देखते, कभी ऐसा नही हुआ है. उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्ति की जानकारी लगने से वह क्षुब्ध हो गए होगे, उन्हे यदि कोई परेशानी थी तो वह बात भी कर सकते थे, लेकिन उन्होने ऐस नही किया.
शिकायत करने वाला शिक्षक मेडिकल अवकाश पर, लेकिन देखा जा रहा सार्वजनिक स्थानो पर
जनशिक्षक का मेडिकल सर्टिफिकेट
बता दे कि जन शिक्षक लखन लाल अहिरवार 3 अक्टूबर को बी आर सी जे पी रजक की शिकातय करने के कुछ दिन बाद बीमार हो गया था, जिसके चलते उन्होने अपना इलाज न्यू पांडे अस्पताल होशंगाबाद में कराया, इसी दौरान उन्होने सोशल मीडिया पर अस्पताल में भर्ती रहने के समय की फोटो भी पोस्ट कर लिखा था कि यदि मुझे कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार बी आर सी रजक होगे. उधर जन शिक्षा केंद्र प्रभारी प्रचार्य शासकीय कन्या शाला सेमरी हरचंद में जनशिक्षक ने मेडिकल अवकाश का आवेदन देकर 7 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक का दिया है. जिसमें लिखा है कि उन्हे डाक्टर ने कंप्लीट बेड रेस्ट हेतु कहा गया है. इसलिए वह शाला नही आ सकते, घर में रहकर आराम करेगे, जबकि इसके विपरीत जनशिक्षक लखन लाल खुलेआम बाजार में घूमते देखे जा रहे है साथ ही बुधवार को जनपद कार्यालय पहुंच जिला पंचायत के एसीओ से मुलाकात कर ज्ञापन भी देते हुए नजर आए. ऐसे में स्वयं लखन लाल अहिरवार और न्यू पांडे अस्पताल दोनो पर ही सवाल खडे हो रहे है.
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