भोपाल स्वच्छता, सुंदरता, विकास और सुशासन का मॉडल बने : सीएम शिवराज

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुलाई अधिकारियों की बैठक,
दो सप्ताह में कार्य योजना बनाने के दिए निर्देश

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण प्रदेश की राजधानी भोपाल को और अधिक निखारने के लिए एक कार्य योजना बनाकर अमल किया जाए। भोपाल स्वच्छता, सुंदरता, विकास, और सुशासन का मॉडल बनना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपराधिक तत्वों के विरुद्ध अभियान जारी रहे। सरकार असामाजिक तत्वों के लिए वज्र से अधिक कठोर और सज्जनों के लिए फूल सी कोमल है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान रविवार को निवास पर भोपाल के विकास, सौंदर्यीकरण और कानून व्यवस्था के संबंध में बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में कमिश्नर भोपाल श्री कविन्द्र कियावत, एडीजी भोपाल श्री उपेन्द्र जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, ओ.एस.डी. मुख्यमंत्री कार्यालय श्री मकरंद देऊसकर, कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया, डीआईजी भोपाल श्री इरशाद वली, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े, संचालक जनसंपर्क श्री आशुतोष प्रताप सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

दो सप्ताह में बनाएं विकास का एक्शन प्लान, बढ़े शहर की सुंदरता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल के विकास की रणनीति दो सप्ताह में तैयार करें। ऐसा एक्शन प्लान तैयार करें जो शहर को विशेष पहचान दें। भोपाल में भरपूर प्राकृतिक सुंदरता है। स्वच्छता के क्षेत्र में इन्दौर से कहीं पीछे न हों। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होना चाहिए। भोपाल इस क्षेत्र में मॉडल बन जाए, ऐसे प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेट्रो रेल से जुड़े कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए।

कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे, अपराधियों को बिलकुल न छोड़ें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की कानून व्यवस्था की स्थिति पर नजर हो। कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करें। गैर कानूनी गतिविधियों पर पूरा अंकुश हो। कार्रवाई की जाए लेकिन यह सुनिश्चित करें की किसी की रोजी-रोटी न छिने। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपराधियों को दंडित करना ही एकमात्र उपाय है। अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए जाएं।

नागरिकों को सेवाएं मिलें, सुशासन दिखाई दे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कार्यालयों और लोकसेवा केन्द्रों के माध्यम से नागरिकों को समय पर सेवाएं मिलें। व्यवस्था में सुशासन दिखाई देना चाहिए। नागरिकों को इसका पूरा लाभ मिलना चाहिए। भोपाल राजधानी है, अत: इस क्षेत्र में भी इसे मॉडल होना चाहिए।

फिर निकलूंगा भ्रमण पर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गत 23 नवम्बर को उन्होंने भोपाल में लोक सेवा केन्द्र, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और आवास योजनाओं का क्रियान्वयन देखने के लिए औचक निरीक्षण किया था। इस तरह के औचक और पूर्व निर्धारित भ्रमण वे पुन: करेंगे। राजधानी के अलावा अन्य नगरों, ग्रामों में भी जाएंगे। भ्रमण से नागरिक सुविधाओं की स्थिति की प्रत्यक्ष जानकारी मिलती है।

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