10 दिन बाद कि गई एफआईआर दर्ज, 4 नामजद आरोपी गिरफ्तार 3 फरार , पुलिस पर लापरवाही का आरोप।
नवलोक समाचार पिपरिया।
प्रदेश भर में लगातार अपराधों का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है, नरसिंहपुर जिले के चीचली की दलित महिला के साथ गैगरेप घटना के बाद अब होशंगाबाद के पिपरिया मंगलवारा थाना क्षेत्र के ग्राम पुनोर की घटना सामने आई है , जिसमे एक 19 वर्षीय नवविवाहित युवती के साथ गांव के ही दबंगो ने बलात्कार की घटना को अंजाम दिया है। जानकारी के चलते गांव के ही 7 युवकों ने उसे 20 सितंबर को घर से अगवा कर रायसेन जिले की सिलवानी के जंगल मे ले गया और बारी बारी से पीड़िता के साथ रेप किया।
बता दे कि परिजनों द्वारा 24 सितंबर को रिपोर्ट कराने का प्रयास किया गया था लेकिन उनकी सुनवाई नही हुई । परिजनों ने पिपरिया मंगलवारा थाना पुलिस पर आरोप भी लगाया जा रहा है कि वे घटना की रिपोर्ट दर्ज करने थाने आये थे लेकिन उन्हें लौटा दिया गया था , जिसके बाद पीड़ित पक्ष भोपाल के अनुसूचित जाति अजाक्स थाने में गये जहाँ से अधिकारियों ने पिपरिया पुलिस को फोन से एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए । जिसके बाद मंगलवारा थाना पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है , वही 7 आरोपियों में से 4 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया है 4 फरार बताये जा रहे है।
एसडीओपी शिवेंदु जोशी ने बताया कि 4 नामजद आरोपी राजेंद्र किरार, धर्मेंद्र किरार, वीरेंद्र किरार, विक्रम किरार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से वीरेंद्र किरार रायसेन के सिलवानी गांव का रहने वाला है। बाकि सभी आरोपी पुनोर गांव के ही रहने वाले है।

एसडीओपी ने शिवेंदु जोशी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अपहरण की धारा 365 और सामूहिक बलात्कार की धारा 376 डी के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता की मेडिकल जांच कराने के बाद मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए गए है।
कांग्रेसी कार्यकर्ता बैठे धरने पर।

उधर पिपरिया थाना क्षेत्र में दलित महिला के साथ घटी इस घटना के बाद स्थानीय कांग्रेसियों ने विरोध दर्ज कराया जिसके चलते विधानसभा प्रत्याशी रहे हरीश बेमन , धर्मेंद्र नागवंशी ओर नीलम पचौरी ने कांग्रेसियों के साथ मंगलवारा चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने मांग की है कि जघन्य अपराध के आरोपियों को फाँसी की सज़ा दी जाए ।